Paper Trading App पेपर ट्रेडिंग कैसे करें

पेपर ट्रेडिंग कैसे करें

Share Market में जब हम daily trading को On The Spot Price देखकर trade करना पेपर ट्रेडिंग कहलाता है, अब आप पेपर ट्रेडिंग start कर सकते है, ऊपर दिए गए स्टेप्स का पूरा ज्ञान होने के बाद आप अपने ट्रेडिंग स्किल को टेस्ट करें Paper Trading का माध्यम से अपने ट्रेड को कम से कम 70 percent सही करने का प्रैक्टिस करें।

Paper Trading बिल्कुल ही free होता है इसे हम trading view प्लेटफॉर्म पर कर सकते है इसके अलावा ऑनलाइन वेबसाइट उपलब्ध है जिसके माध्यम Paper Trading किया जा सकता है।

Paper Trading करने के लिए एक Strategy बनाये जिसे आप रियल ट्रेडिंग के दौरान उपयोग कर सके।

Example : – पेपर ट्रेडिंग Demo यह Trading Kaise Sikhe का का हिस्सा है,

S.NFirm/CompanyBuy PriceTargetSL (स्टॉपलोस)Sell PriceProfit/Loss
1TATA2024.71818Loss
2BHEL558570550570Profit
3BEL241245238238Loss
4JIOFIN4845491048304910Profit
5Reliance1095100810901008Profit

Trading Kaise Sikhe : Paper Trading

पेपर ट्रेडिंग करने के बाद ट्रेडिंग जनरल में एंट्री करके इसका विश्लेषण करना चाहिए जिससे हम यह ज्ञात हो कि हमारे द्वारा लिया गया ट्रेड में हम प्रोटीन प्रॉफिटेबल है या नहीं.

ट्रेडिंग के नियम (Law of Trading)

ट्रेडिंग में profit बनाने के लिए ट्रेडिंग के नियम और सेल्फ कंट्रोल, discipline का होना जरूरी है।

a) स्टॉप लॉस लगाये (Follow Stop loss)

Follow Stop loss यह Trading Kaise Sikhe का का हिस्सा है, शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय चार्ट में स्टॉप लॉस जरूर लगाए क्योंकि यह ऐसा हथियार है जिसके माध्यम से आप अपने कैपिटल को सुरक्षित रख सकते हैं और निडर होकर ट्रेडिंग कर पाएंगे।

Stop Loss लेना हर एक ट्रेडर के लिए बहोत जरूरी है क्योंकि हम ट्रेड लेते है प्रॉफिट के बारे में सोच कर और लॉस हो जाता है, ट्रेडिंग हाई में हमेशा हाई रिस्क बना रहता है इसलिए ट्रेडिंग पूरा शिखने के बाद ही करें।

b) अपने Capital के अनुसार ट्रेड लें (Know Your Trading Capacity)

Traders को हमेशा अपने Capital को ध्यान में रखकर अपने Capacity अनुसार trade लेना चाहिए, जिसे आप बिना डर के ट्रेडिंग कर पाएंगे अधिकतर ट्रेडर्स अपने पुरे कैपिटल से ट्रेडिंग कर Loss कर जाते है और कुछ दिन बाद Share Market से बहार हो जाते है इसलिए अपने कैपिटल के 20 प्रतिशत तक Option Trading में उपयोग कर सकते है.

c) सही ट्रेड का चुनाव करें (Select Right Trade)

ट्रेडिंग में loss और profit trade लेने के ऊपर होता है अगर आपने चार्ट को समझ कर सही position में एंट्री करेंगे तभी आपको profit होगा अन्यथा लोस हो सकता इसलिए हमेशा सही trade का चुनाव करें भले आप दिन भर में 1 या 2 ही trade ले.

d) ट्रेड लेने से पहले योजना / Trading Journal तैयार करें (Trade Plan / Trading Journal)

Trading Kaise Sikhe
Trading Kaise Sikhe : जर्नल

स्टॉक market में काम करने के लिए सही प्लानिंग बहुत जरुरी है, trade लेने से पहले एक Journal तैयार करें, जिसमे trade लेने के कारण, stoploss, target, risk आदि के बारे में लिख ले और trade आपके against हो तो क्या करेंगे और trade आपके favour में हो तो क्या करेंगे ये सब का प्लान कर लेना चाहिए.

Trading Journal हमारे द्वारा लिए गये trade के analysis करने में Helpful होता है, इसलिए ट्रेडिंग करते समय हमें Trading Journal जरुर तैयार करना चाहिए.Download Trading Journal

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e) पोजीशन साइज़ बड़ा न रखे (Position Seizing)

एक न्यू ट्रेडर्स को हमेशा पोजीशन साइज़ छोटा रखना चाहिए अर्थात ट्रेडिंग करते समय ट्रेडिंग Lot Size अपने Risk Management के अनुसार रखे जिसे आप कण्ट्रोल कर सके.

IndexLot Size
Nifty 501 Lot = 50 Unit
Bank Nifty1 Lot = 15 Unit
FinNifty1 Lot = 40 Unit
Midcap Nifty1 Lot = 75 Unit

ट्रेडिंग कैसे सीखें : Lot Size

f) गलत ट्रेड न करना भी एक ट्रेड है (Not making a wrong trade is also a trade)

Share Market मतलब High Risk होता है क्योकि Share Market Volatile होता है और market में daily trade नही करना चाहिए Trend का भाप कर ही trade करना चाहिए इसलिए बोलते है गलत ट्रेड न करना भी एक ट्रेड है, जब market आपके सेटअप के अनुसार नही होता है उस टाइम हमें शांति से बैठना चाहिए.

भावनाओ के अनुसार ट्रेड न ले

शेयर बाजार लाखों करोड़ों ट्रेडरों के साइकोलॉजी एक साथ मिलकर कार्य करता है और इसे पढ़ना भी बहुत जरूरी है इसलिए अपने साइकोलॉजी को मार्केट के अनुसार डालना बहुत जरूरी है.

कई बार हम ट्रेडिंग करते समय अपने साइकोलॉजी माइंड सेट को कंट्रोल नहीं कर पाते और भावनाओं में आकर ट्रेडिंग करने लग जाते हैं, फल स्वरुप हमें लॉस का सामना करना पड़ता है इसलिए भावनाओं में वहां पर ट्रेड नहीं करना चाहिए.

Trading Kaise Sikhe : उदाहरण के लिए कई बार ऐसी स्थिति बनती है जब बाजार बहुत नीचे गिर जाता है तो हमें लगता है अब बाजार बहुत नीचे आ गया है अभी यहां से ऊपर जाएगा और हम ट्रेड ले लेते हैं लेकिन परिणाम स्वरूप मार्केट वहां से और नीचे चला जाता है तो इस प्रकार का ट्रेडिंग हमें नहीं करना है.

सही रिस्क-रिवार्ड प्रबंधन (Right Risk-Reward Management)

शेयर बाजार, पैसों का बाजार है लेकिन इसमें हाई रिस्क होता है और रिस्क लेने पर रिवॉर्ड मिलता है इसलिए जब भी हम ट्रेडिंग करते हैं रिस्क रिवॉर्ड अनुपात को मैनेज करते हुए चलना चाहिए कहा जाता है की सबसे अच्छा रिस्क रिवॉर्ड अनुपात 1:2, 1:3,1:4 होता है.

Trading Kaise Sikhe : उदाहरण के लिए हमने टाटा पावर का 5000 का शेयर खरीदा जिसमें हमने इसके लिया ₹500 का Risk लिया तो इसका Risk-Reward अनुपात 1:2 लेने पर 1000 का profit होगा इसी प्रकार Risk-Reward अनुपात 1:3 लेने पर 1500 का profit होगा और हमें प्रॉफिट होने को बुक कर लेना चाहिए. चलिए टेबल के माध्यम समझते –

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