क्या म्यूचुअल फंड स्कैम है❓

सीधा जवाब:
म्यूचुअल फंड खुद में स्कैम नहीं है।
यह एक SEBI (Securities and Exchange Board of India) द्वारा रेगुलेटेड और कानूनी तरीका है निवेश करने का।


म्यूचुअल फंड क्या है?

म्यूचुअल फंड एक ऐसा निवेश साधन (investment tool) है जिसमें आम लोग पैसा लगाते हैं और वो पैसा एक प्रोफेशनल फंड मैनेजर अलग-अलग शेयरों, बॉन्ड्स या दूसरे एसेट्स में निवेश करता है।


मगर स्कैम हो सकता है अगर…

कुछ लोग म्यूचुअल फंड के नाम पर धोखाधड़ी (fraud) करते हैं। स्कैम इन तरीकों से हो सकता है:

  1. फेक वेबसाइट या ऐप्स के जरिए – नकली ऐप्स या वेबसाइट पर SIP शुरू करवा दी जाती है और पैसा कहीं और चला जाता है।
  2. झूठे वादे (guaranteed returns) – “3 साल में डबल पैसा”, “100% return” जैसे दावे म्यूचुअल फंड में संभव नहीं हैं। ये लोग स्कैम कर सकते हैं।
  3. फर्जी एजेंट या बिचौलिए – कुछ लोग बिना रजिस्ट्रेशन के फर्जी तरीके से म्यूचुअल फंड बेचते हैं और कमीशन के नाम पर पैसे ठगते हैं।
  4. 📄 गलत स्कीम में जबरदस्ती निवेश करवाना – आपको ऐसा फंड दे दिया गया जो आपके उद्देश्य के अनुकूल नहीं है लेकिन एजेंट को ज्यादा कमीशन मिलता है।

म्यूचुअल फंड में सुरक्षित निवेश कैसे करें?

  1. SEBI-registered platforms/apps का ही उपयोग करें (जैसे Groww, Zerodha, Coin, Paytm Money, Kuvera आदि)।
  2. हमेशा direct plan को प्राथमिकता दें – इसमें बिचौलियों का रोल नहीं होता।
  3. कभी भी किसी भी गारंटी पर विश्वास न करें – म्यूचुअल फंड में बाजार जोखिम होता है।
  4. स्कीम की फैक्टशीट पढ़ें, उसका ट्रैक रिकॉर्ड देखें।
  5. अपने बैंक अकाउंट और PAN को जोड़कर ही निवेश करें – ताकि सब कुछ आपके नाम पर हो।

🔚 निष्कर्ष (Conclusion):

  • म्यूचुअल फंड एक वैध और अच्छा निवेश माध्यम है।
  • स्कैम सिर्फ तभी होता है जब आप गलत प्लेटफॉर्म या झूठे वादों के चक्कर में आ जाएं।

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