Investment जिसे हिंदी में निवेश कहा जाता है, जब हम share बाजार में एक निश्चित अवधि के लिए विभिन्न स्टॉक को क्रय करके रखते है और समय समय में Re-Investment करते रहते है जिसके बदले में हमें लाभ प्राप्त होता है, Investment कहलाता है.
October 18, 2024 by Investment Pari
Investment दो प्रकार के होते है –
October 18, 2024 by Investment Pari
- Long Term Investment
- Short Term Investment
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में हमें आपने इन्वेस्टमेंट को लम्बे समय तक रखने की आवश्यकता होती हैं. जिसकी अवधि कम से कम 5 से 10 साल तक होती है| ठीक उसी प्रकार शोर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में आपने इन्वेस्टमेंट को कम से कम के लिए 12-36 महीने तक रख सकते हैं|
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट और शोर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट कहीं पर भी किया जा सकता है . जैसे की Govt. Investment, bank, Stock & Gold में यह इन्वेस्टमेंट किया जा सकता हैं |
Long Term Investment क्या हैं ?
ऐसे इन्वेस्टमेंट जिसे लंबे समय के इन्वेस्टमेंट किया जाता है, वह इन्वेस्टमेंट “लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट” कहलाता हैं. जिसका उद्देश्य भविस्य में आधिक लाभ कमाना होता हैं. जो की एक निश्चित वर्षों के बाद अधिक रिटर्न प्राप्त करते हैं. टैक्स कारणों से, म्यूचुअल फंड या इक्विटी जैसी एसेट को एक वर्ष से अधिक समय तक रखना लंबे समय तक माना जाता है.
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की खासियतें:-
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट से लंबी अवधि में आधिक रिटर्न की संभावना होती है.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में बाज़ार के उतार-चढ़ाव और संभावित मंदी से उबरने के लिए ज़्यादा समय होता है.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में कॉम्पाऊंड ब्याज की शक्ति से फ़ायदा मिलता है.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव को अनदेखा किया जा सकता है.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में, आप कंपनी के फ़ंडामेंटल, ग्रोथ की क्षमता, और लॉन्ग-टर्म वैल्यू पर ध्यान केंद्रित करते हैं.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में, आप डिविडेंड के ज़रिए स्थिर रिटर्न पा सकते हैं.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में, ट्रेडिंग शुल्क कम रहता है.
Long Term Investment किसको करना चाहिए.
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट ( Long Term Investment ) लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्रदान कर सकते हैं, लेकिन उनके लिए आपने इन्वेस्टमेंट को लम्बे समय के लिये रखने की आवश्यकता होती हैं। आपको शेयर बाजार के उतार – चढ़ाव का सामना करने में सहायता करके आपके पैसे की वृद्धि क्षमता को अधिकतम करने में मदद कर सकता है।
Long Term Investment के फ़ायदे.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट, में शोर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट निवेशों की तुलना में कम जोखिमपू होते हैं. बाज़ार में उतार-चढ़ाव और संभावित मंदी से उबरने के लिए इनके पास ज़्यादा समय होता है.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में, रिटर्न को फिर से निवेश किया जाता है, और फिर उस पर ब्याज लगाया जाता हैं. जिससे समय के साथ तेजी से वृद्धि होती है.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट, में लम्बे समय तक निवेशित रहने से, ट्रेडिंग शुल्क (BROKREGE) कम रहते हैं और रिटर्न का ज़्यादा लाभ मिलता है.
- कई लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को स्टॉक, नियमित डिविडेंड देते हैं.
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में, रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा, या घर खरीदने जैसे जरूरतों को हासिल करने में मदद करते हैं
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में, निरंतर निगरानी और बाज़ार को समय की ज़रूरत कम हो जाती है.
Short Term Investment क्या हैं ?
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट( Short Term Investment जिसे हिंदी में अल्पकालिक निवेश कहते है, इसमें कम समय के लिए वित्तीय साधनों में पैसा लगाया जाता है. आम तौर पर, इन निवेशों पर निवेश करने का समय अवधि कुछ दिनों से लेकर कुछ सालों तक होती है. जिसे शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट कहा जाता हैं .
शोर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट की खासियतें:-
- शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में ज़्यादा तरलता होती है और जल्दी रिटर्न मिलने की संभावना होती है.
- शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में, ज़रूरत पड़ने पर पैसे आसानी से मिल जाते हैं.
- शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में, बाकी ऑप्शन की तुलना में कम रिटर्न मिलता है.
- शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में, कम रिस्क के साथ फ़ाइनेंशियल लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं.
- शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में, आम तौर पर एक साल या कुछ महीनों के लिए निवेश किया जाता है.
- इनमें कम जोखिम होता है .
- शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में निवेश करने से, जल्दी और प्रभावी परिणाम मिलते हैं.
Short Term Investment किसको करना चाहिए.
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट (अल्पकालिक निवेश) कम रिस्क के साथ अच्छा रिटर्न पाने का अच्छा विकल्प है. अगर आपको 1 या 2 साल के लिए निवेश करना है, तो आप शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में ज़रूरत पड़ने पर पैसे आसानी से मिल जाते हैं.
Short Term Investment के फ़ायदे.
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट एक ऐसा निवेश हैं, जिसमे में कम जोखिम रहता हैं. ये बाज़ार के उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित होते हैं. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट से जल्दी रिटर्न मिलता है. ये एक साल से भी कम समय में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में अधिक तरलता और जल्द रिटर्न की संभावना प्रदान करते हैं, लेकिन वे उच्च जोखिम के साथ आते हैं और सक्रिय प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में हम ज़रूरत पड़ने पर आपना निवेश कभी भी बेच सकते है. क्योकि ये ज्यादा तर जल्दी से परिपक्व हो जाते हैं. लेकिन इसमें जोखिम की सम्भावना आधिक होती हैं.
Best इन्वेस्टमेंट कोन सा हैं .
- Bank Investment
- Govt. Investment
- Stock Investment
- Gold Investment
1. Bank Investment.
जो लोग बैंक में निवेश करना चाहते है, उन लोगो के लिए यह सबसे अच्छा विकल्प हैं . क्योकि बैंक में निवेश करने से हमारा पैसा सुरक्षित हो जाता हैं इसमें हानि होने की संभावना न के बराबर होता हैं .
बैंक में निवेश करने के 2 सबसे खास तरीकें हैं . पहला फ़िक्स्ड डिपॉज़िट (एफ़डी) और दूसरा सरकारी बॉन्ड .
- फ़िक्स्ड डिपॉज़िट (FD)
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट (FD) का मतलब हैं, की इसमें निवेशको को आपना पैसा एक निश्चित अवधि के लिए जमा रखना होता है | जिस पर बैक हमें एक निश्चित ब्याज़ दर देता हैं, यदि हमें निश्चित अवधि से पहले पैसो को निकलते है तो हमें जुर्माना भरना पड़ेगा | फ़िक्स्ड डिपॉज़िट (FD) में हमें हर तीन महीने में ब्याज मिलता है और इसमें निवेशित पैसे compound ( ब्याज पर ब्याज ) होते रहता है.
2. सरकारी बॉन्ड
सरकारी बॉन्ड में सरकार निवेशक को एक तय अवधि के लिए निवेशित पैसो पर तय की गई दर पर ब्याज़ का भुगतान करती है. यह एक तरह की ऋण सुरक्षा होती है. इसे सरकार, अलग-अलग उद्देश्य से पूंजी जुटाने के लिए जारी करती है. यदि कोई सरकारी बॉन्ड पर निवेश करता है, इसका मतलब वह सरकर को पैसा उधार देता है , जिसके बदले में सरकार निवेशक को निवेशित पैसे पर तय किये गये दर पर ब्याज़ का भुगतान करती है.
2. Govt. Investment.
सरकारी निवेश (Govt. Investment) का मतलब है, सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाएं या प्रतिभूतियां, जिनसे लोगों को वित्तीय स्थिति में सुधार लाने में मदद मिलती है. सरकारी निवेश में कई तरह से निवेश किया जा सकता है :-
- सरकारी योजनाए.
- सरकारी प्रतिभित्तियां .
- सार्वजनिक निवेश व्यय.
3. Stock Investment.
स्टॉक जिसे हिंदी में शेयर कहा जाता हैं , किसी भी कंपनी की शेयर को खरीदते है तो आप उस कंपनी के शेयरधारक बन जाते हैं.आप शेयरधारक बनने के बाद आप इसके कंपनी में लाभ में हिस्सा ले सकते है. शेयर में निवेश करने का उद्देश्य शेयर का मूल्य बढ़ने के बाद बेचना होता है.
शेयर में निवेश कर आप आपने फाइन लक्ष्यों प्राप्त कर सकते हैं .
शेयर बाजार के बारे में आधिक जानने के लिए शेयर बाजार क्या है? और कैसे काम करता है. लिंक पर क्लिक् करें .
4. Gold Investment
सोने में निवेश कई तरीको से किया जा सकता हैं. जैसे की सोना खरीदना ( आभुषण, सिक्के)| गोल्ड बॉन्ड स्कीम में भी निवेश किया जा सकता है . कई बार बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल जाता है, लेकिन ज्यादातर पर यह लंबे समय तक गिरावट देखने को नही मिलता है, और जल्द सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिलता हैं
यदि आप सोना (Gold) में निवेश करना करना चाहते है, तो यह आपके लिए एक अच्छा आप्शन हो सकता है.
Disclaimer.
यहां पर दिए गए जानकारी केवल शिक्षा के उद्देश्य से दिया गया है Investment आप अपने विवेक के अनुसार करें . किसी भी गड़बड़ी के लिए यह वेबसाइट जिम्मेदार नहीं होगा अतः पूर्ण सावधानी और नियमों का पालन करते हुए Investment करें. Telegram Channel
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